"The World's Biggest IPO is Coming".
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What you Should know about This New Special Norms of IPO?
The Full Form of IPO is Initial Public Offering.
The World's Largest in History.
में covid-19 के प्रभाव के बीच और Lockdown के बीच IPO का क्रेज़ लोगों में काफी बढ़ गया है। इसी समय ही काफी लोग स्टॉक मार्केट से भी जुड़े और जुड़ने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है। lockdown के बीच काफी अलग-अलग कंपनियों के IPO बाजार में आयें थे और लोगों ने ख़रीदे भी थे जैसे की Burger King के IPO.
हाल ही में LIC के भी IPO बाजार में आने वाले है जो इतिहास का सबसे बढ़ा IPO होने वाला है। भारत सरकार देश में कुछ बढ़ा बदलाव लाने की सोच रही है जिसको देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस लिए भारत की SEBI (Security Exchange Board of India).द्वारा भी कुछ NORMS में Relax किया जा रहा है। LIC के IPO आने के बाद यह The Biggest IPO in History. भी हो सकता है।
What is Norms- Norms का मतलब है की जो IPO के रूल्स एंड रेगुलेशन होते है जिसके SEBI कुछ नए सुधार कर रही है और उसके द्वारा Rules में Relaxation किया जा रहा है। ताकि कंपनी या LIC ठीक तरीके से शेयर बाजार में लिस्टेड हो सकें।
What is Relaxation or Norms. LIC को स्टैक मार्केट में लिस्टिंग करने के लिए ये स्टॉक मार्केट में लाने के लिए उसका कुछ हिस्सा बेचना पड़ेगा तभी वेह लिस्टेड हो सकेंगी क्योंकि अभी इसकी ज्यादातर हिस्सेदारी सरकार के पास है।
इसको बेचने के लिए Assets- के टर्म पर 32 लाख करोड़ मतलब LIC जब कुछ पैसा उधार देता है तो वेह एक तरह का एसेट बन जाता है जिस पर उनकी Liebility होती है। और निवेश जितना ज्यादा होगा एसेट उतना हो ज्यादा होता चला जायेगा।
Present Rules of Norms- वर्तमान रूल्स के हिसाब से यदि किसी कम्पनी का Market Capitalization यानी 4000 हजार करोड़ से ज्यादा होता है। तो उस कम्पनी को अपने 10 प्रतिशत शेयर कम से कम बेचना चाहिए और उसके बाद में अगले तीन साल अपने 25 प्रतिशत शेयर बाजार में बेचने पड़ेंगे।
SEBI के अनुसार “LIC के सम्बन्ध में कहना है की सरकार अपने 5 प्रतिशत शेयर बेचना चाहती है।”
What is IPO-
(“जब भी कोई कम्पनी अपना IPO मार्केट में लेके आती है तो वेह उसके शेयर बन जाते है” जिसे हम आईपीओ कहते है।)
Special Norms For LIC-
-SEBI के अनुसार नए रूल्स के हिसाब से यदि कम्पनी का Market Capitalization एक लाख करोड़ से ज्यादा होता होता है उस केस में कम्पनी को अपने 10 प्रतिशत शेयर तो बेचने ही होंगे साथ ही साथ कम्पनी को उसके ऊपर जितनी वैल्यू होगी उसका 5 प्रतिशत भी बेचना होगा या हम कह सकते है की उस कम्पनी को उतने ही मिनिमम IPO निकालने होंगे।
- नियम के अनुसार इसको 10 प्रतिशत हिस्सा कम के लेना चाहिए और सरकार के पास साल 2026 तक 75 प्रतिशत हिस्सा होना चाहिए।
सम्भावना है की LIC वोर्थ 10 लाख करोड़ से 15 लाख करोड़ तक जा सकती है या उससे कम भी जा सकती है।
LIC 1956 Act के अनुसार चलता है। जिसकी निगरानी DIPM (Department of Investment and Public Asset Management) करता है।
Who is Milliman and Deleritte-
Milliman and Deleritte को LIC वैल्यू निर्धारण करने और सलाहकार के रूप में रखा गया है।
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