प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने 20 लाख करोड़ के विशेष पैकेज का ऐलान किया।
इसके अन्तर्गत एमएसएमई के 10 कर्मचारियों और 11 करोड़ प्रवासी मजदूरों को लाभ मिलेगा ओर साथ ही साथ राज्यों के द्वारा अन्य सभी क्षेत्रों को मजबूती प्रदान करेगा। जिससे आत्मनिर्भरता को मजबूती मिलेगी।जिसका लाभ हर छोटे और बड़े व्यवसाय करने वाले को मिलेगा ।
प्रधान मोदी ने कहा कि भारत में पहले मस्क आदि की खपत विदेश से आती थी लेकिन से में दो लाख ppe किट दो लाख मस्क बनाए जा रहे है, ये सब आप सब के सहयोग से हो पाया गया है उन्होंने कहा कि विश्व भर में आत्म-निर्भर के मायने पूरी तरह बदल गए है विश्व के सामने भारत का मूलभूत और अदभुत चित्रण है।
भारत के संस्कार उस आत्मनिर्भरता की बात करते है जो हमने आज पूरे भारत में इसका प्रसार किया है।मानव ने अपने संस्कार को स्थिर और संकल्प युक्त कर प्रदर्शन किया है ।
इन्होंने भारत की जनका का प्रोत्साहन बढ़ाते हुए कहा कि जब एक परिवार भारत में जब आत्म निर्भर की बात करता है तो भारत की आत्म निर्भरता में संसार के सुख सहयोग समृद्धि और गौरवपूर्ण व्यवहार व शांति की चिंता होती है ।
जो जीव मात्र का कल्याण चाहती हो पूरे विश्व का कल्याण करना चाहती हो, और पृथ्वी को अपनी मां मानती है और उसका आदर समान करती है, उससे भारत की प्रगति ने हमेशा विश्व भर में प्रगति की मिशाल खड़ी कर रखी है ।
भारत की प्रगति का प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ता है चाहे वो किसी भी क्षेत्र में हो कोरोना वायरस के खिलाफ भी यह एक लड़ाई इस समय भारत की ओर से दावाई एक नई आशा लेके पहुंचती है।
आज पूरी दुनिया को विश्वास होने लगा है मानव जाती के लिए भारत बहुत कुछ दे सकता है, जो भारत की एक सौ तीस करोड़ भारतीयों की मदद से हो सकता है।
भारत का गौरव है कि जब भारत सोने की चिड़ियां कहा जाता था तब और आज भी भारत विश्व कल्याण की राह पर अटल है, और उसने कई संकट से विश्व को उबारा ओर प्रेरणा दी है, जिसका एक मूल उदाहरण Y2K नामक संकट से पूरे विश्व भर को भारत ने निकला था और शांति के साथ कल्याण करने का योगदान दिया है ।
इस दौरान दखते ही देखते भारत के कदम बढ़ते चले गए और यही हम भारत वासियों की संकल्प शक्ति है। और अब किसी भी तरह की मुसीबत का समाधान नामुमकिन नहीं हमारे पास दुनिया का बेस्ट टैलेंट है जिसे हम अभी और भी तराशना है।
जिससे हमारे पास और भी कुशल रणनीती का भंडार हो सके ओर ऐसा सच में मुमकिन है।
भारत को मजबूत बनाने के लिए हमारे पास पांच पिलर है।
पहला पीला -
इकोनॉमी-
इन्फ्रस्ट्रक्चर-
सिस्टम-
डेमोग्राफी-
डिमांड और सपलाई चैन का चक्र इसी तरह कोरोना का खात्मा करते हुए मै आज मुख्य आर्थिक पैकेज की घोषणा करता हूं, जो परिवार के नियोजन में मदद करेगा जो ।
जो कि आरबीआई व राज्य सरकार के फैसलों को मिलाकर बीस लाख करोड़ का है जो कि भारत की जीडीपी का करीब दस प्रतिशत है।
जिससे भारत की आर्थिक व्यवस्था को सपोर्ट मिलेगा।
2020 में यह पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा ।
लेबर और लॉ आदि पर बल दिया गया है।
लघु उद्योग, एमएसएमई, कुटीर उद्योगों, व सूक्ष्म आदि के लिए व यह आर्थिक पैकेज देश के उस किसान के लिए है और उन श्रमिको के लिए है को देश वासियों के लिए अपना योगदान दे रहा है।
भारतीय उद्योग जगत के लिए है कल से आने वाले कुछ दिनों तक इस अभियान की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
अब देश का बढ़ना अनिवार्य है बीते छह वर्षो में भारत की अर्थव्यवस्था कितना मजबूत हो सकता है यह हमने देखा है।
और यह मुमकिन है।
जब जनधन मोबाइल आधार से जुड़ा एक अभियान था जिसको ऊंचाई पर पहुंचना है और आगे बढ़ने मजबूत होना है।
इसी वजह से भविष्य में ऐसी स्थिति में कम से कम असर हो सकता है। समर्थ ह्यूमन रिसोर्सेज और मके इन इंडिया के संकल्प को बल देंगे , जो कि आत्म निर्भरता और आत्मा विश्वास से ही संभव है ।
आज यह समय की मांग है कि भारत हर एक चीज में जीते ,संकट इतना बड़ा है , व्यस्त्वस्था कमजोर हो गई है। श्रमिक और लेबर साथियों ने बहुत कष्ट सहे है ।
उनके आर्थिक हितों को मजबूत करना होगा ,हर एक लिए आर्थिक पैकेज के जरिए लाभ दिया जाएगा लोकल सिर्फ जरूरत नहीं हम सबकी जिम्मेदारी है लोकल को अपना जीवन मंत्र बनाना होगा, इसी तरह लोकल आदत लोकल से ग्लोबल बन जाएगी अपने लोकल के लिए व्होकल बनना है।
ना सिर्फ लोकल प्रोडक्ट खरीदने है और उनका प्रचार भी करना है ऐसा करके यह मेरी प्रतिष्ठा को बहुत बढ़ाया है । जिस तरह खादी और हैंडलूम डिमांड को रिकॉर्ड पर पहुंचा दिया पर एक ब्रांड बना दिया इसी तरह का प्रणाम मिला ।
वैज्ञानिक के अनुसार कोरोावायरस लंबे समय तक जीवन का हिस्सा बना रहेगा। हम मास्क पहन कर ओर दो गज दूरी का पालन करेंगे जिसे हम सोशल डिस्टेंस के नाम से भी जानते हैं। लॉकडाउन 4.0 पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा।
जिसकी सम्पूर्ण जानकारी 18 मई तक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित कर दी जाएगी।
इन्होंने कहा कि आज पूरे भारत को हर देश एक नई आशा के रूप में देख रहे है, ओर यह पैकेज भारत की इस छवि को स्थितिरता को और बड़ाएग। जो भारत के 125 करोड़ लोगो के सहयोग से ही संभव है ।
अब एक नई संकल्प लेके हमें आगे बढ़ना है और साथ ही साथ लॉकडॉउन 4.0 लागू होगा ।
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